सरकार, जनप्रतिनिधि और जनता की भूमिका

परिचय
लोकतंत्र में सरकार जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधियों द्वारा चलाई जाती है। इसमें दो स्तर होते हैं – केंद्र सरकार और राज्य सरकार। इनका गठन, कार्य और जनता की भूमिका नीचे दी गई है।
सरकार का गठन
केंद्र सरकार: पूरे देश का संचालन करती है, जिसके प्रमुख प्रधानमंत्री होते हैं।
राज्य सरकार: राज्य का संचालन करती है, जिसके प्रमुख मुख्यमंत्री होते हैं।प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का चयन
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प्रधानमंत्री – लोकसभा में बहुमत पाने वाले दल का नेता, जिसे राष्ट्रपति नियुक्त करता है।
- मुख्यमंत्री – राज्य विधानसभा में बहुमत पाने वाला नेता, जिसे राज्यपाल नियुक्त करता है।
प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के दायित्व
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जनकल्याणकारी योजनाओं का निर्माण और संचालन।
- जनता की समस्याओं का समाधान करना।
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भ्रष्टाचार मुक्त शासन देना।
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स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली-पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना।
जनता के कर्तव्य
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वोट डालना और सही प्रतिनिधि चुनना।
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कानून और संविधान का पालन करना।
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भ्रष्टाचार का विरोध करना।
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सरकारी योजनाओं की निगरानी रखना और उसका सही उपयोग करना।
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शांति, स्वच्छता और भाईचारे को बढ़ावा देना।
अगर चुने हुए प्रतिनिधि अपने कर्तव्यों का पालन न करें
यदि मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री जनता की ज़रूरतों की अनदेखी करें, त्राहिमाम की स्थिति में भी केवल दिखावटी विकास जैसे हवाई अड्डा या महंगे प्रोजेक्ट्स पर खर्च करें, और महंगाई चरम पर हो – तो यह लोकतंत्र के खिलाफ है।-
जनता को RTI, मीडिया और शांतिपूर्ण विरोध के माध्यम से अपनी आवाज़ उठानी चाहिए।
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जनता को अगली बार चुनाव में जवाबदेही तय करनी चाहिए।
क्या ऐसे हालात में विकास कार्य उचित हैं?
संतुलित दृष्टिकोण ज़रूरी है:
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हवाई अड्डा, एक्सप्रेसवे जैसे कार्य दीर्घकालिक विकास के लिए ज़रूरी हैं।
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लेकिन जब जनता के पास भोजन, रोजगार, स्वास्थ्य जैसी ज़रूरतें पूरी नहीं हो रही हों, तब ऐसी योजनाएं प्राथमिकता नहीं होनी चाहिए।
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