आतंकियों ने पहले की थी बैसरन और आरू घाटी की रेकी, सुरक्षा से टला बड़ा खतरा

 

बड़ा खुलासा: 7 दिन पहले ही पहलगाम पहुंच गए थे आतंकी, निशाने पर थे ये 4 पर्यटक स्थल

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के बाद जांच एजेंसियां लगातार सक्रिय हैं और अब इस मामले में कई अहम खुलासे हो रहे हैं। जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को पता चला है कि आतंकी 15 अप्रैल को ही पहलगाम पहुंच चुके थे।

इन आतंकियों के निशाने पर सिर्फ बैसरन घाटी ही नहीं, बल्कि तीन और लोकप्रिय पर्यटक स्थल भी थे। इनमें आरू घाटी, एम्यूजमेंट पार्क और बेताब घाटी शामिल हैं। हमले से पहले आतंकियों ने इन स्थानों की रेकी भी की थी।

सुरक्षा के चलते हमले की साजिश नाकाम

हालांकि इन स्थानों पर सुरक्षा के सख्त इंतजाम होने के कारण आतंकवादी हमले की योजना को अंजाम नहीं दे पाए। सूत्रों के अनुसार हमले से दो दिन पहले आतंकी बैसरन घाटी तक पहुंच चुके थे।

2500 से ज्यादा संदिग्ध हिरासत में

हमले के बाद से जम्मू-कश्मीर में 2500 से ज्यादा संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। इनमें से 186 से अब भी पूछताछ जारी है। इसके अलावा, NIA ने अब तक 80 ओवरग्राउंड वर्कर्स (OGW) को पकड़ा है और पूछताछ की जा रही है।

4 OGW ने की थी मदद

अब तक की जांच में यह भी सामने आया है कि करीब 20 OGW की पहचान हो चुकी है, जिनमें से 4 ने पाकिस्तानी आतंकियों को रेकी में मदद की थी।

आतंकी टूलकिट से बड़ा खुलासा

इससे पहले एक आतंकी टूलकिट भी बरामद हुआ था, जिसमें आतंकियों को साफ निर्देश दिए गए थे कि उन्हें आम पर्यटक की तरह दिखना है। साथ ही उन्हें इस्लामी पहनावे से बचने और स्थानीय रीति-रिवाजों के अनुसार कपड़े पहनने की सलाह दी गई थी, ताकि वे शक के दायरे में न आएं।