बलिया BRC कंप्यूटर ऑपरेटर और लेखाकार मानदेय विवाद | मुख्यमंत्री योगी से गुहार, भ्रष्टाचार के आरोप

बलिया: BRC केंद्रों पर कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटरों व सहायक लेखाकारों का तीन माह से मानदेय लंबित, कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री से लगाई गुहार

📅 12 जुलाई 2025 | बलिया संवाददाता

बलिया जनपद के समस्त ब्लॉक संसाधन केंद्रों (BRC) पर कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटर एवं सहायक लेखाकार, जो आउटसोर्सिंग व्यवस्था के तहत नियुक्त हैं, विगत तीन महीनों से बिना मानदेय के कार्य कर रहे हैं। अप्रैल, मई और जून 2025 का भुगतान अभी तक नहीं हुआ है, जबकि ये सभी कर्मचारी नियमित रूप से प्रतिदिन कार्यालयीन कार्यों का निष्पादन कर रहे हैं।

विगत एक माह से कर्मी संबंधित अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और सोशल मीडिया के माध्यम से बार-बार अपनी बात रख चुके हैं, किंतु अब तक कोई ठोस सुनवाई नहीं हो सकी है। कर्मचारियों का कहना है कि राज्य परियोजना कार्यालय, लखनऊ से अक्टूबर 2025 तक का बजट निर्गत हो चुका है, इसके बावजूद जनपद में भुगतान नहीं होना प्रशासनिक लापरवाही और बेसिक शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी को दर्शाता है।

कर्मियों ने बताया कि जनपद स्तर पर आउटसोर्सिंग व्यवस्था देख रहे अकाउंटेंट श्री कर्मेन्द्र सिंह द्वारा सेवा रिन्युअल के नाम पर EPF खाता खुलवाने की आड़ में धन उगाही की जा रही है। ऐसा कहा जा रहा है कि यदि पैसे नहीं दिए गए तो रिन्युअल की फाइल आगे नहीं भेजी जाएगी और सेवा समाप्त मान ली जाएगी।

"परिवार चलाना कठिन हो गया है। रोज़ उधार लेकर आना पड़ रहा है। मानसिक तनाव इस कदर बढ़ चुका है कि अब आत्मबल टूट रहा है।"

इस संबंध में कर्मचारियों ने आदरणीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी से भी अनुरोध किया है कि वे हस्तक्षेप कर न केवल त्वरित मानदेय भुगतान सुनिश्चित कराएं, बल्कि संबंधित दोषी अधिकारियों पर भी कार्रवाई करें। उन्होंने मांग की है कि मुख्यमंत्री यह सुनिश्चित करें कि आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को प्रत्येक माह की 05 तारीख तक मानदेय का भुगतान अनिवार्य रूप से किया जाए

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री पहले ही इस विषय में स्पष्ट निर्देश दे चुके हैं, लेकिन यदि स्थानीय अधिकारी उसका अनुपालन नहीं कर रहे, तो यह संकेत है कि प्रशासनिक व्यवस्था स्वयं शासनादेशों की अवहेलना कर रही है।

पत्र की छवि:

                                                 (जिलाधिकारी को सौंपा गया प्रार्थना-पत्र)