"जिन मोहि मारा, तिन मोहि मारे": रक्षा मंत्री ने दिया सशक्त संदेश, सेना के समर्थन में बोले राजनाथ सिंह

नई दिल्ली, 7 मई: देश की सुरक्षा नीति और सैन्य नैतिकता पर एक सशक्त वक्तव्य देते हुए रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की सराहना की और भारतीय सेना की मर्यादित शक्ति का उल्लेख किया।
रक्षा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सेना को हर संभव समर्थन और संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं। उन्होंने कहा, “सेना को संपूर्ण सम्बल प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को भी साधुवाद देता हूं।”
“हमने हनुमान जी के उस आदर्श का पालन किया है, जो उन्होंने अशोक वाटिका उजाड़ते समय किया था — ‘जिन मोहि मारा, तिन मोहि मारे।’ अर्थात् केवल उन्हीं को मारा जिन्होंने हमारे मासूमों को मारा।”– श्री राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री
रक्षा मंत्री के इस वक्तव्य को स्पष्ट रूप से भारत की सैन्य नीति के नैतिक आधार पर आधारित बताया जा रहा है। उन्होंने यह संदेश दिया कि भारत बिना उकसावे के कभी किसी पर हमला नहीं करता, लेकिन जब देश के मासूम नागरिकों पर हमला होता है, तो जवाब भी उतना ही निर्णायक होता है।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में देश की सेनाएं आत्मनिर्भरता की दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ रही हैं। रक्षा क्षेत्र में ‘मेक इन इंडिया’ की सफलता, सीमाओं पर त्वरित कार्रवाई और राष्ट्रीय सुरक्षा ढांचे को आधुनिक बनाने के प्रयासों की उन्होंने विशेष रूप से चर्चा की।
राजनाथ सिंह के इस बयान को देश की जनता और रक्षा विशेषज्ञों द्वारा एक स्पष्ट और सशक्त संदेश के रूप में देखा जा रहा है कि भारत अब केवल सहने वाला राष्ट्र नहीं, बल्कि आत्मरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाने को तैयार एक मजबूत शक्ति है।