"RBI एक्शन: महिंद्रा फाइनेंस दोहराता रहा गलती, अब बैंकिंग सेवा पर संकट?"
🛑 RBI की सख्ती: इंडियन बैंक और महिंद्रा फाइनेंस पर जुर्माना, एक बैंक का लाइसेंस रद्द
📅 नई दिल्ली, 25 अप्रैल 2025 | रिपोर्ट: Utrustus न्यूज़ डेस्क
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को तीन वित्तीय संस्थानों पर बड़ी कार्रवाई की है। इसमें दो नामचीन कंपनियों पर भारी जुर्माना लगाया गया है जबकि एक सहकारी बैंक का लाइसेंस रद्द कर दिया गया है।
🔍 इंडियन बैंक पर ₹1.61 करोड़ का जुर्माना
आरबीआई द्वारा जारी बयान के अनुसार, इंडियन बैंक ने बैंकिंग विनियमन अधिनियम के प्रावधानों का उल्लंघन किया। बैंक ने:
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अग्रिमों पर ब्याज दर से जुड़े निर्देशों का उल्लंघन किया
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किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) योजना के नियमों का पालन नहीं किया
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MSME (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) क्षेत्र को लोन देने के प्रावधानों में चूक की
इन खामियों के चलते आरबीआई ने इंडियन बैंक पर ₹1.61 करोड़ का जुर्माना लगाया है।
⚠️ महिंद्रा फाइनेंस पर ₹71.30 लाख का जुर्माना
महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड पर भी कड़ा एक्शन लिया गया है। कंपनी पर:
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‘अपने ग्राहक को जानो’ (KYC) नियमों के उल्लंघन
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NBFC दिशा-निर्देश 2016 के कुछ प्रावधानों की अनदेखी
का आरोप लगा है। इसके चलते ₹71.30 लाख का जुर्माना लगाया गया है।
📌 महिंद्रा फाइनेंस का विवादित अतीत
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2022 में, एक महिला की मौत का मामला सामने आया था जिसमें कंपनी के रिकवरी एजेंट ने कथित तौर पर वाहन जब्त करते समय लापरवाही बरती थी।
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इसके बाद आरबीआई ने कंपनी पर रिकवरी एजेंट्स के उपयोग पर रोक लगाई थी।
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अब फिर जुर्माना यह दर्शाता है कि कंपनी की नियामक पालन में लगातार चूक जारी है।
विशेषज्ञों की राय है कि कंपनी की बैंकिंग सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित की जानी चाहिए।
❌ इंपीरियल अर्बन को-ऑप बैंक का लाइसेंस रद्द
जालंधर स्थित इंपीरियल अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक का लाइसेंस रद्द कर दिया गया है। इसके पीछे मुख्य कारण हैं:
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बैंक के पास पर्याप्त पूंजी नहीं है
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बैंक की आगे कमाई की संभावना नहीं दिख रही
आरबीआई ने पंजाब सरकार के सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार से बैंक बंद करने और परिसमापक नियुक्त करने का अनुरोध किया है।
🛡️ जमाकर्ताओं को राहत
आरबीआई ने स्पष्ट किया कि बैंक परिसमापन के बाद:
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प्रत्येक जमाकर्ता को DICGC के तहत ₹5 लाख तक की बीमा राशि दी जाएगी
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97.79% जमाकर्ता अपनी जमा राशि पूरी तरह प्राप्त करने के पात्र हैं
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31 जनवरी 2025 तक ₹5.41 करोड़ का भुगतान पहले ही किया जा चुका है
📣 निष्कर्ष
भारतीय रिजर्व बैंक की यह कार्रवाई वित्तीय प्रणाली में पारदर्शिता और कड़ी निगरानी का संदेश देती है। इंडियन बैंक और महिंद्रा फाइनेंस जैसी बड़ी संस्थाओं को भी अब नियमों के पालन में कोई ढिलाई नहीं करनी होगी।
विशेष रूप से महिंद्रा फाइनेंस पर लगातार हो रही कार्रवाई यह दर्शाती है कि समय रहते अगर सुधार नहीं हुआ, तो इसकी बैंकिंग सेवाओं पर प्रतिबंध भी लगाया जा सकता है।
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