चंद्रशेखर रावण का बड़ा हमला: अखिलेश सरकार ने रोकी दलितों की नियुक्ति, योगी से मांगा न्याय

नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद ने मुख्यमंत्री योगी को पत्र लिख समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव पर लगाए गंभीर आरोप

Chandrashekhar Azad

लखनऊ, 3 मई 2025: नगीना लोकसभा क्षेत्र से सांसद और आज़ाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट चंद्रशेखर आज़ाद (रावण) ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखते हुए 2012 में लोक सेवा आयोग द्वारा सचिवालय में चयनित 78 SC/ST अभ्यर्थियों की नियुक्ति में देरी को लेकर सपा सरकार और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

सांसद ने पत्र में लिखा कि समाजवादी पार्टी की तत्कालीन सरकार (2012-17) की ‘दलित विरोधी मानसिकता’ के कारण इन अभ्यर्थियों की नियुक्ति को जानबूझकर रोका गया। चंद्रशेखर ने कहा कि ये सभी चयनित अभ्यर्थी उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा पूरी तरह से वैधानिक प्रक्रिया के तहत चयनित किए गए थे, लेकिन जातिगत भेदभाव के कारण उन्हें नियुक्ति नहीं दी गई।

उन्होंने यह भी बताया कि कई अभ्यर्थी बीते वर्षों में अपनी जान गंवा चुके हैं और कई गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं। यह देश के इतिहास में पहली बार हुआ है जब आयोग द्वारा वैधानिक रूप से चयनित अभ्यर्थियों की नियुक्ति नहीं की गई और इसके लिए नियुक्ति नियमों का भी उल्लंघन किया गया।

सांसद ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि इस "अत्यंत गंभीर प्रकरण" को संज्ञान में लेते हुए पीड़ित अभ्यर्थियों को न्याय दिलाने हेतु शीघ्र नियुक्ति आदेश जारी किए जाएं।

Letter by Chandrashekhar Azad

(सांसद चंद्रशेखर आजाद द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखा गया पत्र)

"मैं आपसे आग्रह करता हूँ कि इस अति गंभीर प्रकरण को विशेष रूप से संज्ञान में लेते हुए पीड़ित दलित व आदिवासी अभ्यर्थियों को न्याय प्रदान करें और नियुक्ति आदेश शीघ्र जारी कराएं।" — एड. चंद्रशेखर आज़ाद

रिपोर्ट: आज़ाद समाज संवाददाता