बाबा साहेब के अपमान पर चेतावनी
मायावती ने अपने दूसरे ट्वीट में इस प्रकरण को लेकर भारतीय संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के अपमान की आशंका जताई और सीधे तौर पर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) को चेतावनी दी।
“साथ ही, इस प्रकरण में भारतीय संविधान के निर्माता परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर का भी अपमान कतई ना किया जाए। ख़ासकर सपा व कांग्रेस को इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए, वरना बीएसपी इनके विरुद्ध सड़कों पर भी उतर सकती है।” — मायावती, ट्विटर
राजनीतिक संदेश और दबाव
विशेषज्ञों का मानना है कि मायावती का यह बयान सिर्फ आतंकी हमले पर प्रतिक्रिया नहीं है, बल्कि एक राजनीतिक संदेश भी है जिसमें उन्होंने विपक्षी दलों को न सिर्फ संयम बरतने की सलाह दी है बल्कि अंबेडकर के मुद्दे पर सड़क पर उतरने की चेतावनी देकर दबाव भी बनाया है।
पृष्ठभूमि
पहलगाम में हुए इस हमले में कई निर्दोष नागरिकों की जान चली गई है। घटना के बाद सरकार ने सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया है और जांच शुरू कर दी गई है। इस बीच राजनीतिक दलों की प्रतिक्रियाएं भी सामने आ रही हैं, लेकिन मायावती का बयान सबसे सख्त और सीधा रहा है।
निष्कर्ष:
मायावती ने इस आतंकी हमले को केवल सुरक्षा का मुद्दा नहीं, बल्कि राष्ट्रीय एकता और संवैधानिक मर्यादाओं से भी जोड़ा है। उनका यह रुख आने वाले दिनों में राजनीतिक विमर्श को एक नया मोड़ दे सकता है।
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