Published: May 5, 2025 at 11:46 PM IST | 
संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटारेस ने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को लेकर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि वर्तमान हालात कई वर्षों के मुकाबले अधिक संवेदनशील हैं और दोनों पक्षों को संयम बरतने और तनाव को कम करने की आवश्यकता है।
अपने बयान में गुटारेस ने दो टूक कहा, "सैन्य समाधान कोई समाधान नहीं है।" उन्होंने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की। उनका कहना था कि आम नागरिकों को निशाना बनाना अस्वीकार्य है और दोषियों को वैध व पारदर्शी न्यायिक प्रक्रिया से सजा दिलाई जानी चाहिए।
शांति के लिए संयुक्त राष्ट्र की पहल
गुटारेस ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र किसी भी ऐसी पहल का समर्थन करेगा जो तनाव कम करने, कूटनीति को बढ़ावा देने और क्षेत्र में स्थायी शांति स्थापित करने की दिशा में हो। उन्होंने स्पष्ट किया कि यूएन हर समय भारत और पाकिस्तान दोनों की सरकारों के साथ सहयोग के लिए तत्पर है।
यह बयान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की भारत-पाक मसले पर होने वाली बंद कमरे की बैठक से ठीक पहले आया है, जिसे पाकिस्तान की ओर से आपात बैठक के रूप में बुलाया गया है।
भारत-पाक संबंधों पर चिंता
गुटारेस ने दोनों देशों के संबंधों पर चिंता जताते हुए कहा, "भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कई वर्षों में अपने उच्चतम स्तर पर है।" उन्होंने दोनों देशों के प्रति सम्मान जताते हुए कहा कि वे संयुक्त राष्ट्र के कार्यों में महत्वपूर्ण योगदान देते रहे हैं, और उन्हें यह देखकर दुख होता है कि वर्तमान संबंध बेहद तनावपूर्ण स्थिति में पहुंच गए हैं।
यूएन प्रमुख की इस टिप्पणी से यह स्पष्ट होता है कि वैश्विक मंच दोनों पड़ोसी देशों के बीच संघर्ष को सैन्य नहीं बल्कि कूटनीतिक माध्यम से सुलझाने की पैरवी कर रहा है।