"समाज कल्याण विभाग ने बढ़ाया छात्रावास कर्मियों का मानदेय, आउटसोर्सिंग कर्मचारियों ने भी सीएम योगी से सम्मानजनक बढ़ोतरी की मांग की"

प्रकाशन तिथि: 08 मई 2025, 07:50 PM

एससी छात्रावासों के कर्मचारियों के मानदेय में सात गुना तक बढ़ोतरी, सफाई कर्मियों को मिली बड़ी राहत

CM Yogi Adityanath - Social Welfare Department

समाज कल्याण विभाग ने गुरुवार को अनुसूचित जाति छात्रावासों व पुस्तकालयों में कार्यरत अधीक्षक, प्रबंधकों, पुस्तकालयाध्यक्ष, चतुर्थ श्रेणी व सफाई कर्मियों के मानदेय में सात गुना तक की बढ़ोत्तरी की है।

यह बढ़ोतरी श्रम विभाग द्वारा निर्धारित न्यूनतम मजदूरी के आधार पर की गई है, जिससे हजारों कर्मचारियों को आर्थिक मजबूती मिलेगी। अब ये कर्मचारी न्यूनतम ₹10,000 से अधिक मानदेय के दायरे में आ जाएंगे।

बढ़े हुए मानदेय की पूरी सूची

  • अधीक्षक/प्रबंधक: ₹3,000 → ₹12,661
  • पुस्तकालयाध्यक्ष: ₹2,000 → ₹12,661
  • रसोइया/कहार: ₹3,000 → ₹11,303
  • सफाई कर्मी/चतुर्थ श्रेणी: ₹1,500 → ₹10,275

समाज कल्याण विभाग वर्तमान में 32 सहायता प्राप्त संस्थानों का संचालन करता है, जो स्वैच्छिक संस्थाओं के माध्यम से चलाए जाते हैं। इन संस्थानों में कार्यरत कर्मचारियों को अब बेहतर पारिश्रमिक मिलेगा, जिससे उनकी जीवनशैली में बड़ा सुधार आएगा।

वृद्ध कलाकारों की पेंशन में भी बढ़ोतरी

संस्कृति विभाग ने भी वृद्ध कलाकारों के लिए एक बड़ी राहत की घोषणा की है। अब उनकी मासिक पेंशन ₹2,000 से बढ़ाकर ₹4,000 कर दी जाएगी, साथ ही कलाकार कल्याण बीमा योजना भी शुरू की जाएगी।

“यह केवल वेतन वृद्धि नहीं, बल्कि हाशिये पर खड़े समुदायों के सम्मान और जीवन स्तर में सुधार की दिशा में बड़ा कदम है।”

मुख्यमंत्री से राज्य के समस्त आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के लिए भी मानदेय वृद्धि की मांग

विभिन्न विभागों में वर्षों से सेवाएं दे रहे आउटसोर्सिंग कर्मियों ने भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की है कि उनके मानदेय में भी इसी प्रकार की सम्मानजनक बढ़ोतरी की जाए। उनका कहना है कि वे सरकारी ढांचे का अहम हिस्सा होते हुए भी अत्यंत न्यून वेतन में काम कर रहे हैं, और उन्हें भी नियमित कर्मचारियों की तरह उचित आर्थिक सुरक्षा मिलनी चाहिए।

सरकार से यह उम्मीद की जा रही है कि जिस प्रकार समाज कल्याण विभाग ने संवेदनशीलता दिखाई है, उसी तरह अन्य विभागों में कार्यरत अनुबंध और आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के प्रति भी सकारात्मक निर्णय लिए जाएंगे।