उत्तर प्रदेश में स्कूली शिक्षा का क्रांतिकारी बदलाव, लखनऊ में हुआ बहुयोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास
लखनऊ, 26 मई 2025: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को लखनऊ में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में उच्चीकृत कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के नवनिर्मित भवनों और अतिरिक्त डॉरमेट्री का लोकार्पण किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री मॉडल कम्पोजिट विद्यालयों और मुख्यमंत्री अभ्युदय कम्पोजिट विद्यालयों की आधारशिला भी रखी गई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शिक्षा समाज के विकास की आधारशिला होती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यशस्वी मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश सरकार ने शिक्षा क्षेत्र में बीते आठ वर्षों में ऐतिहासिक कार्य किए हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि आज उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के तहत नवाचार का केंद्र बन चुका है। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों ने उन वंचित बालिकाओं को शिक्षा की मुख्यधारा में जोड़ा है, जो पहले स्कूल नहीं जा पाती थीं। इसका सीधा प्रभाव बालिकाओं के ड्रॉपआउट रेट में गिरावट के रूप में सामने आया है।
शिक्षा तो आधारशिला होती है...
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) May 26, 2025
उत्तर प्रदेश का बेसिक शिक्षा परिषद इनोवेशन का एक नया केंद्र बिंदु बना है... pic.twitter.com/2oIdlst9gr
उन्होंने बताया कि प्रोजेक्ट अलंकार और कम्पोजिट स्कूल मॉडल्स के तहत हुए कार्यों को हाल ही में नई दिल्ली में आयोजित 20 राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक में प्रस्तुत किया गया, जहां इसे राष्ट्रीय मॉडल के रूप में सराहा गया।
NIPUN लक्ष्य पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि "हर 5 से 14 वर्ष के आयु वर्ग का बच्चा स्कूल में पढ़े, यह हमारा दायित्व है। इसके लिए हमें एक जन-अभियान चलाने की जरूरत है।"
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हर विद्यालय में शिक्षक अवश्य होने चाहिए और छात्र-शिक्षक अनुपात संतुलित रहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि शिक्षा प्रणाली में योग को भी जोड़ा गया है ताकि छात्रों का मानसिक व शारीरिक विकास संतुलित हो। योग केवल व्यायाम नहीं बल्कि अनुशासन और संतुलन है।
कार्यक्रम में अंत में मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी शिक्षकों और अधिकारियों को बधाई दी और कहा कि उत्तर प्रदेश का यह नया शिक्षा मॉडल जल्द ही देश के लिए एक प्रेरणा बनेगा।
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