
कर्नल सोफिया विवाद: मध्यप्रदेश मंत्री विजय शाह के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में आज होगी सुनवाई
नई दिल्ली: मध्यप्रदेश के कैबिनेट मंत्री विजय शाह द्वारा सेना की पहली महिला कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ दिए गए विवादित बयान के मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में महत्वपूर्ण सुनवाई होने जा रही है। यह सुनवाई 28 मई 2025 को सुबह 10:30 बजे निर्धारित है और इस मामले की गहन जांच के लिए गठित स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) द्वारा प्रस्तुत की गई रिपोर्ट को भी अदालत में पेश किया जाएगा।
मंत्री विजय शाह के बयान पर उठे विवाद ने राजनीतिक और सामाजिक हलकों में हलचल पैदा कर दी है। उनका बयान न केवल कर्नल सोफिया की गरिमा को ठेस पहुंचाता है, बल्कि यह महिला सशक्तिकरण के मुद्दे पर भी गंभीर प्रश्न उठाता है। इस विषय पर एक वरिष्ठ वकील, अपर्णा राव ने कहा, "यह मामला केवल विजय शाह तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारे समाज में महिलाओं के प्रति दृष्टिकोण को भी दर्शाता है।"
SIT ने इस मामले में अब तक इंदौर के मानपुर थाने से जुटाए गए दस्तावेज और सबूतों के आधार पर अपनी स्टेटस रिपोर्ट को कोर्ट में पेश किया है। रिपोर्ट की प्रतियाँ मंत्री विजय शाह के वकील और सरकार के वकील को दी जाएँगी। हालांकि, मंत्री विजय शाह का बयान अब तक SIT द्वारा दर्ज नहीं किया गया है, जो इस मामले की जांच को और भी जटिल बना रहा है।
19 मई को सुप्रीम कोर्ट ने मंत्री शाह की माफी को नामंज़ूर करते हुए इस मामले की जांच का आदेश दिया था। अदालत ने SIT के गठन का निर्देश देते हुए मंत्री की गिरफ्तारी पर अस्थायी रोक भी लगाई थी। इस आदेश ने यह स्पष्ट कर दिया कि न्यायालय इस मामले में गंभीरता से संज्ञान ले रहा है और किसी भी प्रकार की अनियमितताओं को बर्दाश्त नहीं करेगा।
कर्नल सोफिया कुरैशी, जो भारतीय सेना में एक महत्वपूर्ण पद पर हैं, ने इस विवाद पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा, "मैं अपने काम के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध हूँ और इस प्रकार के बयानों का जवाब देना जरूरी नहीं समझती। हम सबको अपने कर्तव्यों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।" उनके इस बयान ने न केवल उन्हें सशक्त बनाया, बल्कि कई महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बना।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आज की सुनवाई के बाद मामले की अगली कार्यवाही किस दिशा में आगे बढ़ेगी। राजनीतिक और सामाजिक हलकों में इस मामले को लेकर फुसफुसाहटें तेज़ हो गई हैं, और सभी की निगाहें सुप्रीम कोर्ट पर टिकी हैं।