20 मई 2025: यूपी में बिजली दरों में 30% तक बढ़ोतरी की तैयारी, आम जनता पर बढ़ेगा आर्थिक दबाव
उत्तर प्रदेश में बिजली दरों में 30% तक की बड़ी बढ़ोतरी प्रस्तावित है। पावर कॉरपोरेशन ने नियामक आयोग को 2024-25 के खर्च और राजस्व के आंकड़े सौंपते हुए इस बढ़ोतरी का अनुरोध किया है। यदि मंजूर हुआ, तो यह ऊर्जा क्षेत्र का अब तक का सबसे बड़ा इजाफा होगा।
राज्य में करीब 54.24 लाख उपभोक्ताओं ने कभी भी बिजली बिल का भुगतान नहीं किया है, जिन पर लगभग ₹36,353 करोड़ का बकाया है। वहीं, 78.65 लाख उपभोक्ताओं ने पिछले छह महीने से बिल जमा नहीं किया, जिनका बकाया ₹36,117 करोड़ के आसपास है। इस बढ़ोतरी के बाद, औसतन एक 3 किलोवॉट के उपभोक्ता का मासिक बिल ₹2,000 से बढ़कर लगभग ₹2,600 हो जाएगा, यानी लगभग 600 रुपये का अतिरिक्त आर्थिक दबाव। पिछले पांच सालों से बिजली दरों में कोई बदलाव नहीं हुआ, लेकिन कॉरपोरेशन के खर्च में 8.3% और राजस्व में केवल 6.7% की वृद्धि हुई। इससे घाटा बढ़कर ₹19,600 करोड़ तक पहुंच गया है।
ग्रामीण क्षेत्रों के फीडरों में 50% से अधिक तकनीकी और वाणिज्यिक हानियां हैं, जो नुकसान का एक बड़ा कारण हैं। उपभोक्ता मांग कर रहे हैं कि बिजली चोरी करने वालों और बिल न चुकाने वालों पर सख्त कार्रवाई हो, न कि समय पर बिल चुकाने वाले लोगों पर बढ़ी हुई दरों का बोझ डाला जाए।
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