सरकार के दस्तावेज़ों से खुलासा: 1 रुपए के सिक्के पर सरकार को होता है 11 पैसे का नुकसान, जानिए पूरी लागत

1 रुपए का सिक्का बनाने में कितना खर्च आता है? RBI ने दिया पूरा हिसाब

अपडेटेड: 29 मई 2025 | 5:00 PM

1 रुपए का सिक्का

1 रुपए का सिक्का बनाने की पूरी लागत

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 2018 में RTI के तहत जानकारी दी थी कि 1 रुपए का सिक्का बनाने में सरकार को ₹1.11 का खर्च आता है जबकि सिक्के का मूल्य सिर्फ ₹1 है। इसका मतलब यह हुआ कि सरकार को हर सिक्के पर करीब 11 पैसे का नुकसान होता है। यह लागत सिक्के के बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले स्टेनलेस स्टील, लेबर, और अन्य सामग्री पर आधारित है।

अन्य सिक्कों की लागत (₹ में)

  • 2 रुपए का सिक्का: ₹1.28
  • 5 रुपए का सिक्का: ₹3.69
  • 10 रुपए का सिक्का: ₹5.54

ये सभी सिक्के सरकार द्वारा संचालित टकसालों में बनाए जाते हैं, जो मुख्य रूप से मुंबई और हैदराबाद में स्थित हैं। सिक्कों की लागत की तुलना में उनके टिकाऊपन को ध्यान में रखा जाता है।

नोटों की छपाई पर खर्च

नोटों की छपाई की लागत सिक्कों से अलग होती है। RBI के RTI में दिए आंकड़ों के अनुसार:

नोट का मूल्य प्रति नोट छपाई लागत
100 रुपए ₹1.77
200 रुपए ₹2.37
500 रुपए ₹2.29

500 रुपए के नोट की छपाई की लागत ₹2.29 है, जबकि उसका मूल्य ₹500 है। इसका मतलब है कि नोट छपाने में सरकार को काफी कम खर्च आता है और यह एक लाभकारी प्रक्रिया है।

सिक्कों और नोटों का महत्व

भले ही सिक्कों पर लागत ज्यादा आती है और नुकसान होता है, लेकिन वे लंबे समय तक चलते हैं और मुद्रा प्रणाली को स्थिर रखते हैं। नोटों को समय-समय पर बदलना पड़ता है, इसलिए उनकी छपाई पर लागत कम आती है लेकिन उनका जीवनकाल सिक्कों के मुकाबले छोटा होता है। मुद्रा निर्माण में लागत से बढ़कर, टिकाऊपन, सुरक्षा और आर्थिक स्थिरता को भी ध्यान में रखा जाता है।