भारत और फ्रांस के बीच राफेल-मरीन विमान सौदे पर 28 अप्रैल को हस्ताक्षर होने की संभावना
भारत और फ्रांस के बीच 28 अप्रैल 2025 को एक ऐतिहासिक रक्षा सौदे पर हस्ताक्षर होने की संभावना है, जिसमें भारतीय नौसेना को 26 राफेल-मरीन लड़ाकू विमान मिलेंगे। यह सौदा लगभग 63,000 करोड़ रुपये की कीमत का होगा। इस अवसर पर फ्रांसीसी रक्षा मंत्री सेबेस्टियन लेकॉर्नु भी उपस्थित रहेंगे।
सौदे की मुख्य बातें:
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सौदे के तहत भारतीय नौसेना को 26 राफेल-मरीन विमान मिलेंगे, जिनमें 22 सिंगल-सीटर और 4 ट्विन-सीटर विमान शामिल हैं।
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इसमें विमान की फ्लीट मेंटेनेंस, लॉजिस्टिक सपोर्ट और पर्सनल ट्रेनिंग का पूरा पैकेज भी शामिल होगा।
राफेल-मरीन विमानों की क्षमताएँ:
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ये 4.5-प्लस जेनरेशन के मल्टीरोल विमान हैं, जो हवा से हवा और हवा से जमीन दोनों तरह के मिशनों में सक्षम हैं।
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इनकी टॉप स्पीड 2,200 किमी/घंटा है और ये 50,000 फीट की ऊंचाई पर ऑपरेट कर सकते हैं।
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राफेल-मरीन में अत्याधुनिक AESA रडार और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम शामिल हैं, जो बेहतर टारगेट डिटेक्शन और सटीक हमले की क्षमता प्रदान करते हैं।
भारत में राफेल विमानों की संख्या: इस सौदे के बाद भारत में राफेल विमानों की संख्या 62 हो जाएगी। भारतीय वायुसेना पहले से 36 राफेल विमानों का संचालन कर रही है, जो 2016 में एक अलग सौदे के तहत खरीदे गए थे।
भविष्य की योजनाएँ: भारतीय वायुसेना जल्द ही मल्टीरोल फाइटर एयरक्राफ्ट के लिए नया टेंडर जारी करने की योजना बना रही है। यह सौदा भारतीय सैन्य ताकत को और मजबूत करने में मदद करेगा।