Published: May 5, 2025 at 11:41 PM
महराजगंज: यूपी के नेपाल बॉर्डर से सटे महराजगंज जिले में प्रशासन की बुलडोजर कार्रवाई एक बार फिर सुर्खियों में है। आरक्षित वन भूमि पर अवैध रूप से बनी मजार को सोमवार को प्रशासन ने जेसीबी से ढहा दिया। मजार निचलौल थाना क्षेत्र के करमहिया गांव के नौका टोला के पास लगभग एक डिसमिल क्षेत्र में बनाई गई थी, जिसे बांस व तिरपाल से तैयार किया गया था।
जानकारी के मुताबिक, ग्रामवासी मोहर्रम अली मजार की देखरेख कर रहे थे। प्रशासन को जब आरक्षित वन भूमि पर धार्मिक निर्माण की सूचना मिली तो जांच कराई गई। पुष्टि होते ही एसडीएम निचलौल शैलेंद्र गौतम की अगुवाई में प्रशासन, पुलिस, एसएसबी और वन विभाग की टीम संयुक्त रूप से कार्रवाई में जुट गई।
चेतावनी के बाद भी नहीं हटी मजार, प्रशासन ने की ध्वस्तीकरण
प्रशासन ने मजार से जुड़े लोगों को पहले ही कब्जा हटाने की चेतावनी दी थी, लेकिन अनदेखी करने पर बुलडोजर कार्रवाई को अंजाम दिया गया। मौके पर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी ताकि कोई अप्रिय स्थिति न बने। जेसीबी मशीन की मदद से मजार को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया।
एसडीएम गौतम ने स्पष्ट किया कि आरक्षित वन भूमि पर किसी भी प्रकार का निर्माण पूरी तरह अवैध है। “शासन की मंशा के अनुरूप कोई भी अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
कई विभागों की मौजूदगी में हुई कार्रवाई
इस संयुक्त अभियान में पुलिस क्षेत्राधिकारी अनुज कुमार सिंह, वन क्षेत्राधिकारी सुनील राव, तहसीलदार अमित सिंह सहित राजस्व, पुलिस व वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी शामिल रहे। कार्रवाई पूरी तरह शांतिपूर्वक और योजनाबद्ध तरीके से की गई।
यह कार्रवाई एक सख्त संदेश है कि सरकारी जमीन पर किसी भी प्रकार का अवैध कब्जा या धार्मिक स्थल बनाना अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।