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पहलगाम हमले पर सरकार की कड़ी प्रतिक्रिया: राजनाथ सिंह ने विपक्षी दलों से की अपील

पहलगाम हमले पर सरकार की कड़ी प्रतिक्रिया

पहलगाम हमले पर सरकार की कड़ी प्रतिक्रिया

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्षी दलों से की अपील

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकवादी हमले के बाद भारतीय सरकार ने त्वरित कार्रवाई की योजना बनाई है। हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें भारतीय और विदेशी पर्यटक शामिल थे। 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (TRF), जो पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का सहयोगी संगठन है, ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। हमलावरों ने M4 कार्बाइन और AK-47 जैसे अत्याधुनिक हथियारों का उपयोग किया था।

इस हमले के बाद, भारतीय सरकार ने 24 अप्रैल को एक सर्वदलीय बैठक बुलाई, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्षी नेताओं से संवाद स्थापित किया। राजनाथ सिंह ने बैठक में सरकार की ओर से आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया और कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।

उन्होंने विपक्ष से अपील की कि वे आतंकवाद के खिलाफ सरकार के प्रयासों में एकजुट होकर सहयोग करें और देश की सुरक्षा के लिए मिलकर काम करें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अनुपस्थिति में, राजनाथ सिंह ने इस मुद्दे पर विपक्ष को पूरी जानकारी दी और इस गंभीर घटना पर सभी दलों को एकजुट होने की आवश्यकता पर जोर दिया।

राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को हमले का जिम्मेदार ठहराया और कहा कि दोषियों को जल्द पकड़ लिया जाएगा। इसके अलावा, भारत सरकार ने पाकिस्तान से अपने राजनयिक संबंधों को घटाते हुए सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया है। पाकिस्तान के सैन्य सलाहकारों को निष्कासित किया गया है और वहां के नागरिकों को भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है।

हमले के बाद पहलगाम में पर्यटन उद्योग भी प्रभावित हुआ है, क्योंकि पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट आई है। सरकार ने इस समस्या को हल करने के लिए सुरक्षा बढ़ाने और पर्यटन को पुनः पटरी पर लाने के कदम उठाने का आश्वासन दिया है।

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पहलगाम हमले पर सरकार की कड़ी प्रतिक्रिया

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्षी दलों से की अपील

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकवादी हमले के बाद भारतीय सरकार ने त्वरित कार्रवाई की योजना बनाई है। हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें भारतीय और विदेशी पर्यटक शामिल थे। 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (TRF), जो पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का सहयोगी संगठन है, ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। हमलावरों ने M4 कार्बाइन और AK-47 जैसे अत्याधुनिक हथियारों का उपयोग किया था।

इस हमले के बाद, भारतीय सरकार ने 24 अप्रैल को एक सर्वदलीय बैठक बुलाई, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्षी नेताओं से संवाद स्थापित किया। राजनाथ सिंह ने बैठक में सरकार की ओर से आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया और कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।

उन्होंने विपक्ष से अपील की कि वे आतंकवाद के खिलाफ सरकार के प्रयासों में एकजुट होकर सहयोग करें और देश की सुरक्षा के लिए मिलकर काम करें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अनुपस्थिति में, राजनाथ सिंह ने इस मुद्दे पर विपक्ष को पूरी जानकारी दी और इस गंभीर घटना पर सभी दलों को एकजुट होने की आवश्यकता पर जोर दिया।

राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को हमले का जिम्मेदार ठहराया और कहा कि दोषियों को जल्द पकड़ लिया जाएगा। इसके अलावा, भारत सरकार ने पाकिस्तान से अपने राजनयिक संबंधों को घटाते हुए सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया है। पाकिस्तान के सैन्य सलाहकारों को निष्कासित किया गया है और वहां के नागरिकों को भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है।

हमले के बाद पहलगाम में पर्यटन उद्योग भी प्रभावित हुआ है, क्योंकि पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट आई है। सरकार ने इस समस्या को हल करने के लिए सुरक्षा बढ़ाने और पर्यटन को पुनः पटरी पर लाने के कदम उठाने का आश्वासन दिया है।